घर पर ही शरीर के अनचाहे बाल हटाना

भौंहों से लेकर बिकिनी लाइन तक, शरीर से अनचाहे बालों को हटाना प्राचीन काल से ही हमारी सौंदर्य संबंधी जरूरतों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रहा है। सौंदर्य रुझानों में निरंतर बदलावों और व्यापक तकनीकी उन्नति के चलते यह अनुभूति वाकई अद्भुत है कि हमने शुरुआती घरेलू उपचारों से लेकर वर्तमान में अत्याधुनिक सैलून ट्रीटमेंट तक कितना लंबा सफर तय कर लिया है।

आइए शरीर के अनचाहे बाल साफ करने के दुनिया के कुछ सबसे लोकप्रिय तरीकों पर एक नजर डालते हैं, साथ ही यह जानने का भी प्रयास करते हैं कि बीतते समय के साथ वे कैसे विकसित होते गए। इस दौरान आपको कुछ अत्यंत उपयोगी टिप्स भी प्राप्त हो सकते हैं।

शेविंग

प्राचीन मिस्र वासियों के द्वारा अपने शरीर को अनचाहे बालों से मुक्त और चिकनी त्वचा वाला बनाए रखने के लिए कांस्य या चकमक पत्थर से बने रेजर का प्रयोग किया जाता था। तब अनचाहे बालों से मुक्त चिकनी त्वचा को संपन्नता और कुलीनता का प्रतीक माना जाता था। इसके बहुत बाद 20वीं शताब्दी में पहनावों का उदय हुआ और अनचाहे बालों की शेविंग महिलाओं के लिए आदर्श बन गई। यह अब भी बालों को हटाने के सबसे लोकप्रिय तरीकों में से एक है, हालांकि अब इसके समक्ष कड़ी चुनौतियां हैं। विश्व स्तरीय आधुनिक रेजर भी त्वचा में जलन, कटने और छिलने का कारण बन सकते हैं। हालांकि रेजर से बाल तुरंत ही साफ हो जाते हैं और प्रक्रिया खासी सुविधाजनक भी है, लेकिन बाल जल्दी ही वापस भी उग आते हैं और यह पुनरुत्पत्ति बहुत ही असुविधाजनक होती है, क्योंकि आपको बार-बार बालों की शेविंग करने की जरूरत पड़ती है।

शुगरिंग

वैक्सिंग शरीर के अनचाहे बालों को साफ करने एक प्राचीन विधि है, जो शुगरिंगके रूप में शुरू हुई। यह तरीका प्राचीन मिस्र वासियों द्वारा विकसित किया गया था, जो सबसे अनोखी सौंदर्य तकनीकों के साथ सामने आए थे। वे चीनी, नींबू रस और पानी के मिश्रण को धीमी आंच पर गर्म करके एक गाढ़ा लेप तैयार करते थे और उसकी परत त्वचा पर चढ़ाते थे। फिर ठंडा होने पर बालों को हटाने के लिए इसे त्वचा से एक ही झटके में उखाड़ देते थे। इस तकनीक से बालों को उनकी जड़ से उखाड़ा जाता था, जिसका मतलब होता था कि शेविंग की तुलना में बाल वापस ज्यादा समय के बाद उगते थे। वर्तमान में शुगरिंग की प्रक्रिया पहले से कहीं ज्यादा सुविधाजनक हो गई है। वीट रेडी-टू-यूज वैक्स स्ट्रिप्स आपको अपने घर के आराम में ही सैलून जैसे परिणाम प्रदान करती हैं।

डेपिलेटरी क्रीम्स

बालों को हटाने की प्रक्रिया को हम हमेशा ही अहनीय पीड़ा के खौफ से जोड़ते हैं। वैसे हमेशा ऐसा होता हो, ऐसा नहीं है। बालों को हटाने की प्रक्रिया एक सुखद अनुभव भी साबित हो सकती है। वीट डेपिलेटरी क्रीम बालों को हटाने की एक तकलीफ-रहित विधि है। क्रीम त्वचा की सतह के ठीक नीचे के बालों को घोल देती है और त्वचा को एकदम चिकना बना देती है।

आधुनिक डेपिलेटरी क्रीम्स को नए जमाने की तकनीक के रूप में देखा जा सकता है, लेकिन बालों को साफ करने वाली क्रीमों का उपयोग तो हजारों वर्षों से होता रहा है। पहले इन क्रीमों के फॉर्मूले में आर्सेनिक और क्विकलाइम या बिन बुझे चूने जैसे कठोर तत्व होते थे। वे जैसे-तैसे बालों को साफ तो कर देते थे, लेकिन त्वचा के लिए फायदेमंद हर्गिज नहीं होते थे। बहरहाल, भला हो बदलते वक्त और आधुनिक तकनीक का, जो अब डेपिलेटरी क्रीम्स प्रयोग करने में आसान तो हो ही गई हैं, साथ ही त्वचा के लिए भी एकदम सुरक्षित होती हैं।

इस प्रकार आप देख सकते हैं कि अपने सौंदर्य के प्रति जागरूक लोगों के लिए शरीर के अनचाहे बालों को हटाना प्राचीन काल से ही प्रचलन में रहा है। बदलती जीवन-शैली और बदलते समय के अनुरूप बाल हटाने के तरीके भी सदियों के सतत प्रयोगों के बाद विकसित हुए हैं। रेजर, शुगरिंग और डेपिलेटरी क्रीम से बाल साफ करने की प्रक्रिया अब एकदम आसान हो गई है। भले ही आप कोई-सा भी तरीका इस्तेमाल कर रहे हों, अनचाहे बालों से छुटकारा पाना अब बहुत ही आसान हो गया है। तो आगे बढ़ें और वीट के उत्पादों का इस्तेमाल करके निखरी हुई चिकनी त्वचा पाएं।